चाँद की ओर चला चंद्रयान -2 | मिशन चंद्रयान -2 | india news

                               चाँद की ओर चला चंद्रयान -2  


मिशन में है एक हफ्ते की देरी GSLV-MK3  राकेट के इंजन में लीक हो गया था जिसके कारण एक हफ्ते की देरी हुई यही राकेट चन्द्रयान को अन्तरिक्ष में ले जाने वाला था |

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चन्द्रमा पर यह भारत का दूसरा मिशन है, भारत चन्द्रयान-2 मिशन तब शुरू कर रहा है जब अपोलो 11 के चंद्रमा मिशन की 50वी वर्षगांठ माना रहे है |
चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर सितम्बर के पहले हफ्ते में पहुच जायेगा भारत का चंद्रयान-2 |
वैज्ञानिकों के अनुसार चन्द्रमा का इलाका बहुत जटिल है वैज्ञानिकों का कहना है की चन्द्रमा में जीवाश्म और पानी मिल सकता है |
     

चन्द्रयान-2  52वी दिन में चाँद की जमीं पर उतरेगा यह उम्मीद लगाई जा रही है |
चन्द्रयान-2 के तीन चरण है पहला है आर्बिटर जो की चाँद के कक्षा में चक्कर लगाएगा | दूसरा है लैंडर जिसका नाम विक्रम दिया गया है वह चाँद की जमीं पर उतरेगा. फिर लैंडर से रोवर निकाला जायेगा जिसका नाम प्रज्ञान दिया गया है जो चंद्रमा की जानकारियाँ  इकट्ठा करेगा |
चन्द्रयान-2 मिशन  भारत के लिए है बहुत खास है क्योंकि अब तक चाँद के दक्षिण ध्रुव पर कोई भी यान नही उतार पाया है तो भारत चन्द्रयान-2 को दक्षिण ध्रुव में उतारने की कोशिश करेगा |
भारत के चन्द्रयान-2 मिशन की कामयाबी पर केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसरो टीम को बधाई दी पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इसरो के वैज्ञानिकों का शुक्रिया किया है |





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इतना खर्चा हुआ ? :-

स्पेस विज्ञानं पर बनी फिल्म ग्रेविटी के बजट से भी कम था भारत के पहले मार्स सैटलाइट का बजट | 14.1 करोड़ डॉलर की लागत आई थी चन्द्रयान-2 मिशन में जो की अमेरिका के अपोलो प्रोग्राम की लागत से 25 अरब डॉलर से कम है |

2008 में हुआ था चन्द्रयान-1 लौंच ! :-

2008 में इससे पहले भारत ने चन्द्रयान-1 लौंच किया गया था यह मिशन भी चन्द्रमा में पानी की खोज के लिए किया गया था | 1960 के दशक में भारत ने अन्तरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत की थी मोजुदा तोर पर पीएम नरेंदर मोदी के एजेंडे में सबसे ऊपरी स्थान पर है |

चाँद यात्रा है कितनी दूर ? :-

पृथ्वी और चाँद के बीच की यात्रा लगभग 3, 84, 000 किलोमीटर की है | चन्द्रयान-2 मिशन के लैंडर का नाम विक्रम रखा गया है जो की चाँद पर 48वी दिन उतरेगा यह यात्रा आज से शुरू की गयी है |


भारत के लिए है गर्व की बात ! :-

आज से बंगाल की खाड़ी में स्थित एक द्वीप से एक राकेट भारत के चन्द्रयान-2 को लेकर अपनी यात्रा शुरू करने जा रहा है | यह मिशन भारत के लिए गर्व की बात है और बहुत महतवपूर्ण भी है | पहली बार भारत चाँद की जमीं पर अपना अंतरिक्षयान भेज रहा है यदि चन्द्रयान-2 मिशन सफल रहा तो अन्तरिक्ष कार्यक्रम में भारत की बहुत बड़ी जीत होगी |

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